जिला ललितपुर, ब्लाक महरौनी, गांव जखौना इते के आदमियन को आरोप हे के साठ साल के ऊपर होबे के बाद भी उन्हें वृद्धा पेंशन नइ मिल रई। मथुन ने बताई के कछू नइ बनो हमाओ न पेंशन बनी न परमिट बनो लरका बहू हे सो अपने अपने घरन की हे हम अकेले हे।
गांव के सबापति ने कछु नइ बनबाओ साठ साल के हो गये न लरका बहू हमे कछू खाबे देत। प्रधान पेंशन बनबा देबे के कछु करा देबे जी से हमाओ रोटी पानी को सहारो हो जाबे।
शांतिबाई ने बताई के हमाओ कोनऊ साधन नइया प्रधान से कओ सो बे बनबात नइया जासे अब हम जात भी नइया। लरका बहू हे सो अपने अलग अलग रत घरवाले हे सो बाहार रत और अब हमाओ इतनो काबू नइया के हम खंती खोदबे के कछू मजूरी करबे। अगर पेंशन ही बद जाती तो बइ से भोत सहारो हो जातो।
हजारी बहू ने बताई के हमाय बस की मजूरी हे नइया आंधरी धूधरी डुकरिया हे कछू दिखत हे नइया न कछू पेंशन बड़ी के बइ को सहारो होबे। गरीब आदमी हे मोल लेके खा रए।
जगभान प्रधान ने बताई के बरधा पेंशन के हमाय ते दस बारह फार्म भरे ते। बेसे लेबे के लाने पात्र चार पांच सौ आदमी हे। जे फार्म पिछली पंच बर्षीय योजना में भरे ते अब आदमी आबे अपने फार्म भरे हमनो आबे तो हम उनके फार्म भरबा हे।
रिपोर्टर- सुषमा
25/01/2017 को प्रकाशित