जिला ललितपुर,गांव गढोली में गाज गिरबे से किसान कि मौत किसान को नाम कल्लू हे। कल्लू कि मौत 9 अगस्त को गाज गिरबे से भई कल्लू को परिबार भोत गरीब हे और कल्लू कि मौत के बाद परिबार बाले शदमा में डूबे काय के कल्लू ही घर चलाबे वाले हते कल्लू के परिबार कि गरीबी और सदमा में डूबे आदमियन को देख के पुलिस ने मुआवजा दुआबे कि बात कई।
देशराज कल्लू को भज्जा ने बताई के कल्लू अपने खेत में दबाई छिरक बे गये ते सो दबाई छिरक के बाहार निकरे मेड पे आये और कल्लू के ऊपर गाज गिर परी । कल्लू के संगे कल्लू कि पत्नी भी हती सो बे भाभी उने छोड़ के आयी उनने एक आदमी से कई सो बो घरे कैबे। आओ और फिर इते से हम ओरे गये खूब कसके पानी बरस रओ तो और फिर जोनो हम ओरे पोचे बे ख़त्म हो गये ते। सो फिर घरे लियाय और लिखा पड़ी भई फिर जोनो पुलिस आ गयी फिर बाद में लिखा पड़ी भई। और बाद में सब कार्यक्रम करो।
संतर कल्लू को मोड़ा ने बताई के २ बजे गये ते हारे दबाई छिरक बे और 6 बजे गाज गिर परी सो ख़त्म हो गये।
राम रानी ने बताई के हमाओ मोड़ा हतो हमे तो बई को सहारो हतो। अब कोऊ नईया हमे तो उसे नई दिखात अब का कर हे कैसे रेहे।
पातार्खेरे बाई ने बताई के चार मोड़ी हे दो मोड़ा हे। जेई घर चालत ते। अब बेई चले गये। गरीब तो उसे हते सबरी दो एकड़ जमीन हे सो का हो रओ बामे। और बाई में तो दबाई छिरक बे गये ते के अच्छी फसल हो जेहे लेकिन अब बेई चले गये सो को देख रओ अब को कर हे को पाल हे।
देशराज कल्लू को भज्जा ने बताई के कल्लू अपने खेत में दबाई छिरक बे गये ते सो दबाई छिरक के बाहार निकरे मेड पे आये और कल्लू के ऊपर गाज गिर परी । कल्लू के संगे कल्लू कि पत्नी भी हती सो बे भाभी उने छोड़ के आयी उनने एक आदमी से कई सो बो घरे कैबे। आओ और फिर इते से हम ओरे गये खूब कसके पानी बरस रओ तो और फिर जोनो हम ओरे पोचे बे ख़त्म हो गये ते। सो फिर घरे लियाय और लिखा पड़ी भई फिर जोनो पुलिस आ गयी फिर बाद में लिखा पड़ी भई। और बाद में सब कार्यक्रम करो।
संतर कल्लू को मोड़ा ने बताई के २ बजे गये ते हारे दबाई छिरक बे और 6 बजे गाज गिर परी सो ख़त्म हो गये।
राम रानी ने बताई के हमाओ मोड़ा हतो हमे तो बई को सहारो हतो। अब कोऊ नईया हमे तो उसे नई दिखात अब का कर हे कैसे रेहे।
पातार्खेरे बाई ने बताई के चार मोड़ी हे दो मोड़ा हे। जेई घर चालत ते। अब बेई चले गये। गरीब तो उसे हते सबरी दो एकड़ जमीन हे सो का हो रओ बामे। और बाई में तो दबाई छिरक बे गये ते के अच्छी फसल हो जेहे लेकिन अब बेई चले गये सो को देख रओ अब को कर हे को पाल हे।
रिपोर्टर- सुषमा
19/08/2016 को प्रकाशित
ललितपुर के गढ़ोली गाँव में बिजली गिरने से मौत