जिला बांदा, ब्लाक बडोखर खुर्द, गांव अरबई। हेंया का रामबहादुर अउपन परिवार सहित बांदा अशोक लाट तरे आपन लड़का के हत्या करैं वालेन के खिलाफ कारवाही के मांग खातिर 12 जनवरी से आमरण अनशन मा बइठ है। पुलिस कउनौ कारवाही नहीं करिस आय।
रामबहादुर का कहब है कि 29 नवम्बर 2015 के रात नौ बजे ट्राली पुत्र रंजीत मोर पचीस साल के लड़का राजकुमार का घर से लिवा गा। जबै देर रात बीत गे लड़का नहीं आवा। तबै हम वहिका ढूढब शुरू कीन पै वा नहीं मिला। गांव के लोगन से पता चला कि रणवीर पुत्र बलवीर, धनन्जय पुत्र बलवीर, सुधीर पुत्र रमधीर, कुशल पुत्र बलवान, छुट्टू पुत्र झल्ली निगम के साथै मोरे लड़का का अउर ट्राली पुत्र रंजीत का देखिन हैं। यहै मारे हमका पूरा शक है कि उंई मोरे लड़का के हत्या कइके लाश का मथना खेडा रेलवे पटरी मा फेंक दिहिन। काहे से उनसे अउर मोरे लड़का से छह महीना पहिले लड़ाई भे है। कइयौ दरकी जान से मारैं के धमकी दई चुके रहैं हैं। पुलिस का गुमराह करैं खातिर कहि दिहिन कि वहिकर दिमागी हालत ठीक नहीं रही आय। या मारे वा खुद रेलगाड़ी से कट के मर गा है। पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि मरैं से पहिले वहिके शरीर मा सात गम्भीर चोट के निशान। जबै पुलिस जांच मा आई तौ गांव से तीन किलोमीटर दूर रेलवे पटरी तक खून के निशान मिले। मोबाइल फोन एक खेत मा टुकड़न टुकड़न मा पावा गा है। पुलिस बेगैर जांच के या मामला का आत्महत्या बतावत है। मैं कोतवाली नगर, एस.पी., डी.एम.,कमिशनर, डी.आई.जी. अउर मुख्यमंत्री तक दरखास भेजे हौं, पै कउनौ कारवाही नहीं भे आय। यहिसे अनशन मा बइठ हौं। जबै तक कारवाही न होई जई जबै तक बइठ रइहौं।
हत्या के आरोपिन मा से रमधीर बताइस कि हां या बात है कि उनसे हमार लड़ाई चलत है, पै जान से मारैं के धमकी अउर हत्या करैं का इल्जाम जबरजस्ती लगावा।
एस.पी. आर.पी. पाण्डेय का कहब है कि या मामला के एक जांच रिपोटे लखनऊ गे है। वा रिपोर्ट आवैं के बाद ही आगे के कारवाही कीन जई।
लडका के हत्यारन के खिलाफ कारवाही न होय अनशन
पिछला लेख