स्विट्जरलैंड के दिग्गज टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने 16 जुलाई को क्रोएशिया के मारीन चिलिच को आसानी से हराते हुए साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन का पुरुष एकल खिताब अपने नाम कर लिया।
ऑल इंग्लैंड क्लब में फेडरर की यह रिकार्ड आठवीं खिताबी जीत है। अपने करियर का 19वां ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम करने की दिशा में फेडरर ने 2014 में जापान के केई निशिकोरी को हराकर अमेरिकी ओपन जीत चुके चिलिच को 6-3, 6-1, 6-4 से हराया।
पहले सेट की शुरुआत में चिलिच ने अपना क्लास दिखाया और एक समय 2-2 की बराबरी पर पहुंच गए थे लेकिन बाद में वह फेडरर के शानदार क्लास और अनुभव के आगे बेबस नजर आए। फेडरर ने यह सेट 6-3 से अपने नाम कर मैच को दूसरे सेट तक बढ़ाया।
दूसरा सेट चिलिच के लिए और भी निराशाजनक साबित हुआ। वह इस सेट में एक गेम जीत सके। फेडरर ने अपना वर्चस्व कायम करते हुए यह सेट 6-1 से जीता और यह जता दिया कि उनके अनुभव और क्लासिक टेनिस के आगे चिलिच की तेजतर्रार सर्विस की एक नहीं चलने वाली है।
तीसरे और निर्णायक सेट में चिलिच ने धमाकेदार शुरुआत करते हुए 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। वह इस सेट में पहले से बेहतर नजर आए। फेडरर ने इसके बाद दो गेम जीतते हुए 3-3 की बराबरी और फिर 5-3 से आगे हो गए लेकिन चिलिच ने स्कोर 4-5 कर मैच को रोमांच देने का प्रयास किया लेकिन फेडरर ने यहां अपने अनुभव का कमाल दिखाते हुए चिलिच को वापसी का मौका नहीं दिया और सेट के साथ मैच भी अपने नाम किया।
इस तरह फेडरर ने आठवीं बार ऑल इंग्लैंड क्लब में अपना परचम लहराया। फेडरर ने इससे पहले 2003, 2004, 2005, 2006, 2007, 2009 और 2012 में यहां चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था।