जिला फैजाबाद, बस स्टाप। सर्किट हाउस के सामने बना रैन बसेरा मा रहै वाले रिक्सा चालक का कउनौ सुविधा नाय मिलत बाय।
दिनेष कुमार चैहान, षिवकुमार बताइन कि हिंआ के रैन बसेरा मा लगभग पच्चीस मनई रहत हईन। लकिन अबहीं तक न तौ कम्बल मिला अउर न ही अलाव कै सुविधा कीनगै। राजितराम, जगदीष बताइन कि हम सब यतनी ठण्डी मा सारा दिन रिक्सा चलाईथी। रात का यहि रैन बसेरा मा सोवै की ताई आई थी लकिन तापै खातिर एक लकड़ी नाय मिला बाय। कि खाये के बाद हाथ सेंक लिया। 17 दिसम्बर 2014 का रेलवे स्टेषन पै कुछ रिक्सा चलावै वालेन का कम्बल मिला लकिन अबहीं हमरे सबका नाय मिला। 18 दिसम्बर का लकड़ी अलाव जलावै खातिर मिली रही तौ स्टेषन के यात्री बसेरा वाले उठाय लै गईन। कउनौ तरह से रात गुजारा करा जात बाय।
एस.डी.एम. कार्यालय कै स्टेनों मोहम्मद षहीद बताइन कि अलाव दस दिन से जलावा जात बाय। अबहीं कम्बल नाय आय बाय। जब तहसील मा आये तौ बांटा जाये।