ब्राज़ील के मराकाना स्टेडियम में रंगारंग उद्घाटन समारोह के साथ रियो ओलंपिक की शुरुआत हो गई है। उद्घाटन समारोह में ब्राज़ील ने अपनी संस्कृति और इतिहास का प्रदर्शन किया। साथ ही महान फुटबॉलर पेले ओलंपिक मशाल जला कर ओलंपिक का उद्घाटन किया। दुनिया के 200 से अधिक देशों के खिलाड़ियों ने पचहत्तर हज़ार दर्शकों के सामने प्रदर्शन किया।
इस बार कोसोवो और दक्षिण सूडान देश पहली बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं। रियो में इस बार 28 खेलों के तहत मेडल्स के 306 सेट दांव पर होंगे। इन खेलों में पहली बार रग्बी और गोल्फ को भी शामिल किया गया है।
इस साल रियो खेलों में शरणार्थियों की भी एक टीम हिस्सा ले रही है। ओलंपिक समिति ने 18 साल की युसरा मर्दीनी और रामी अनीस का नाम शरणार्थियों की टीम में शामिल कर लिया है। इसमें 10 सदस्य हैं। जिसमें पांच दक्षिण सूडान,दो सीरिया,दो डीआर कांगो और एक इथियोपिया से खिलाड़ी शामिल किए गए हैं।
122 खिलाड़ी भारत से…
रियो ओलंपिक उद्घाटन समारोह 2016 में भारत की तरफ से ओलंपिक के इकलौते स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा राष्ट्रध्वज लेकर भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे। रियो में भारत से 122 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। ये खिलाड़ी 14 खेलों में अपनी चुनौती पेश करेंगे। इन 122 खिलाड़ियों में 38 हॉकी में, 32 निशानेबाजी में, 12 कुश्ती में, 8 बैडमिंटन में, 7 तीरंदाजी में, टेबल टेनिस और टेनिस में 4-4 खिलाड़ी शामिल हैं।
ओलंपिक खेल हर चार साल बाद आयोजित किए जाते हैं। ओलंपिक खेलों की शुरुआत यूनान से हुई थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी के गठन के बाद 1896 में पहली बार इन खेलों का आयोजन हुआ। रियो में 28वें ओलंपिक खेल खेले जाने हैं।
ओलंपिक की तैयारियों पर 60 हजार करोड़ रूपये और ब्राजील में ओलंपिक की तैयारियों पर लगभग 2 लाख करोड़ खर्च हुए हैं। लेकिन इसका एक पक्ष यह भी है कि रियो ओलंपिक ऐसे समय में ब्राज़ील में आयोजित किए जा रहे हैं जब वहां राजनीतिक संकट और आर्थिक मंदी गहरा रही है। कुछ लोग खेल आयोजन का विरोध भी कर रहे हैं।