एक अंग्रेजी अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार, मोदी सरकार ने एक समिति का गठन किया है। जिसकी मदद से, मोदी सरकार भारतीय इतिहास को दोबारा से लिखने का प्रयास कर रही है।
इस कमेटी के चेयरमैन केएन दीक्षित ने बताया कि समिति को एक रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है, जो प्राचीन भारतीय इतिहास के कुछ पहलुओं को दोबारा से लिखने में सरकार की मदद करेगी।
वहीँ, एक चैनल में साक्षत्कार के दौरान संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने स्वीकार किया है कि इस समिति का काम भारतीय इतिहास को संशोधित करने की बड़ी योजना का हिस्सा है।
खबर के अनुसार, समिति का उद्देश्य ऐसे पुरातात्विक साक्ष्यों का इस्तेमाल करना है, जो यह साबित कर सके कि हिंदू ही सबसे प्राचीन लोगों के उत्तराधिकारी हैं और प्राचीन हिंदू शास्त्रों में कोई मनगढ़ंत कथाएं नहीं, बल्कि तथ्य हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक ने कहा, “भारतीय इतिहास का असली रंग भगवा है और सांस्कृतिक परिवर्तन लाने के लिए हमें इतिहास को दोबारा लिखना होगा।”
वहीं, दूसरी तरफ सरकार ने इतिहास दोबारा लिखे जाने की बात से इनकार किया है।