जिला बांदा, ब्लाक अउर तहसील नरैनी क्षेत्र। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मिलैं वाले राशन का लइके जिला अउर तहसील स्तर मा हंगामा मचा है। काहे से लोगन का दुई महीना का गल्ला कोटेदारन से नहीं मिला आय। या मारे उंई बहुतै परेशान हैं।
नरैनी ब्लाक, गांव पियार मजरा भदइयां के रामकिशोर, लल्लू, सुदामा अउर भूरा का कहब है कि हमरे गांव मा 30 साल से बराबर प्रेमा गुप्ता के नाम कोटा चलत है। अब वा हम लोगन का गल्ला नहीं देत आय। तेल लें जात हन तौ डिब्बा फेंक देत है। कहत है के जहां जाय का होय तौ जा के शिकायत कइ देव। बाबू लाल का कहब है कि पिछले साल राशन कार्ड के आनलाइन फारम भरैं का पूरे मजरा के लगभग तीन सौ लोगन से सौ-सौ रूपिया कोटेदार लिहिस रहै। उंई फारम कोटेदार आगी मा जला दिहिस है। यहिसे हम दुबारा रूपिया खर्च कइके जनवरी 2016 मा फारम आनलाइन करवाये है। यहिसे हम लोग 19 फरवरी का नरैनी एस.डी.एम. का दरखास दइके नियाव के मांग कीन है। हम गरीब मजदूर फरूहा कुदारी कइके कउनौ तान आपन पेट चलावत हन। कोटेदार का लड़का दिनेश कहत है कि इं लोगन के राशन कार्ड नहीं बने आय न मैं कउनौ के फारम रूपिया जलायेंव।
नसेनी गांव के पूर्व प्रधान इकबाल खां का कहब है कि हमरे गांव का कोटेदार बिल्लू भी गल्ला नहीं देत आय। 16 फरवरी का लगभग 50 लोग तहसील मा दरखास दइके वहिका हटावैं के मांग कीन रहै। डी.एम. जांच का आदेश करिन रहैं, पै न जांच कराई गे न हमार दीन दरखास का कउनौ पता आय। यहै कारन है कि एस.डी.एम. पुष्पराज का भी या तहसील से हटवा गा है।
महुआ ब्लाक, गांव मुगौरा के रामलाल अउर माया का कहब है कि उनके गांव का कोटेदार गल्ला नहीं देत आय। कइयौ कोटेदारन का या मामला के पीछे हटावा गा है, तौ कुछ का मुकदमा लिखा गा है अउर जांच चलत है।
नरैनी एस.डीएम. महेन्द्र सिंह का कहब है कि अब इनतान के मामला अइहैं तौ मैं तुरतै कारवाही करिहौं अउर गल्ला बराबर बंटवावा जई।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से रोवत गरीब जनता
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