जिला बांदा और महोबा। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में आज कल सौर ऊर्जा यंत्र राम मनोहर लोहिया समग्र विकास योजन के तहत लगाए जा रहे हैं।
महोबा के कबरई ब्लाक के सिजहरी गांव के हिम्मतपुरा मुहल्ले में कई लोगों के घरों में यह लाइट उजाले का स्रोत बनी हुई है। मुन्ना और छत्रपाल ने बताया कि मोबाइल चार्ज करने बाहर नहीं जाना पड़ता है। लेकिन इससे टी.वी. नहीं चलाया जा सकता। चरखारी ब्लाक में बड़े बड़े चैराहों पर लगी यह लाइट पिछले कुछ सालों से सड़क पर रोशनी का एकमात्र स्रोत थी।
महोबा नेडा विभाग के कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि जिले में सोलर लाइट लगाने वाली कंपनियां हीं सोलर लाइट इस्तेमाल करने की जानकारी भी लोगों को देती हैं।
बांदा जिले के महुआ और नरैनी ब्लाकों में भी सौर ऊर्जा का इस्तेमाल हो रहा है। नरैनी के नहरी गांव के प्रधान लालाराम ने कहा कि रात में रोशनी रहने से गांव में चोरियां नहीं होती हैं। बांदा नेडा विभाग के तकनीकी सहायक आर.के. श्रीवास्तव ने बताया कि 2014 में जिले में तीन सौ छिहत्तर और ऐसे यंत्र लगेंगे।
उपकेंद्रों में आएगी सौर ऊर्जा
जिला वाराणसी। ऐसे स्वास्थ्य केंद्र जहां महिलाओं की डिलेवरी होती है, उन केंद्रों में सौर ऊर्जा लगवाने के आदेश डी.एम. द्वारा दिए गए हैं। ये निर्देश मार्च 2013 में दिए गए थे।
हरहुआं ब्लाक के गोसाइपुर, दुर्गानगर और कटारी के स्वास्थ्य केन्द्रों में चार्जिंग की रोशनी में डिलेवरी होती है। वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सी.एम.ओ.) डाक्टर एम.पी. चैरसिया ने बताया कि जिला स्वास्थ्य सोसायटी की एक मीटिंग में उपकेंद्रों में सौर ऊर्जा लगाने की बात पर सहमति बनीं थी। इसके बारे में दिशा निर्देश तैयार किए जा चुके हैं।
सभी केंद्रों में सौर ऊर्जा लगाने का काम नेडा (ऐसी संस्था जो सौर ऊर्जा लगाती है) करेगी।