जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव मकरी अउर कमासिन ब्लाक का गांव लाखीपुर। हेंया के मेहरियन के साथै गांव के मड़ई बलात्कार करिन। थाना मा धारा 376 का मुकदमा तौ लिख गा है, पै बलात्कार करैं वाले मेहरियन के ऊपर मुकदमा वापस लें का दबाव डारत हैं। इनतान मा उनके जान का भी खतरा बना है।
मकरी गांव के एक मेहरिया बताइस-“मोर मनसवा 2 जून 2013 का मजदूरी करैं बांदा गा रहै, तौ रात मा लउट के नहीं आवा आय। वहै दिन गांव के कल्लू का लड़का शिवमंगल रात मा मोरे घरै घुस आवा। तमंचा देखा के बलात्कार करिस। आपन मनसवा का बुला के खुरहण्ड चैकी मा रपट लिखावै गई रहौं, पै होंआ का दरोगा रपट न लिख के डांट के भगा दिहिस है। तबै मैं डी.आई.जी. के लगे र्गइंव। उनके कहे मा दुई महीना के बाद गिरवां थाना मा रपट लिख गे है।”
खुरहण्ड चैकी के दरोगा मथुरा प्रसाद चैबे कहत हैं कि वा मामला के तहत 23 जुलाई 2013 का गिरवां थाना मा बलात्कार का मुकदमा लिख गा है। जांच मा मामला झूठ पावा गा है।
यहिनतान लाखीपुर के मेहरिया बतावत है-“धनराज 31 मई 2013 का रात मा बलात्कार करिस। धनराज गांव का प्रधान आय। धनराज केे लड़का संतोष, राजा भइया अउर गांव के शिवबालक का लड़का जगदीश मोरे घर मा एक बजे रात के घुस आये। दुई जने अनचिंहार भी रहैं। कुल मिला के पांच जने मोरे मनसवा का पकरे रहैं अउर धनराज बलात्कार करिस। साथै घर का जेवर व रूपिया लूट लई गे। 3 जून 2013 का कमासिन थाना मा रपट लिख गे। मुल्जिम खुला घूमत हंै। राजी होय का दबाव अउर जान से मारै के धमकी देत है। 27 अगस्त 2013 का एस.पी. का दरखास दइके नियाव के गोहार लगाये हौं”। कमासिन थाना के थानाध्यक्ष आर.बी. सिहं कहत है कि बलात्कार का मुकदमा लिख गा है। या मामला अदालत मा चला गा है। होंआ से कारवाही होई।
राजी होय का देत धमकी
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