लखनऊ। देश के प्रमुख जांच दल सी.बी.आई. ने 1 अगस्त को यहां के एक कोर्ट में कुंडा जिले के डी.एस.पी. की हत्या के केस की रिपोर्ट जमा की। रिपोर्ट में पूर्व मंत्री और सपा के नेता रघुराज प्रताप सिंह (राजा भइया) पर से आरोप हटा दिए गए हैं।
डी.एस.पी. ज़िया उल हक बालीपुर गांव के प्रधान की हत्या के मामले की जांच करने गांव पहुंचे थे। 2 मार्च 2013 को पुलिस और गांव वालों के बीच हुई मुठभेड़ में उनकी गोली लगकर मौत हो गई। उनकी पत्नी परवीन आज़ाद का कहना था कि राजा भइया ने घटना स्थल पर मौजूद अपने लोगों से उनके पति पर गोली चलवाई थी।
इन आरोपों के कारण राजा भइया, जो उस समय अखिलेश यादव की सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री थे, उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और मामले की जांच चली। सी.बी.आई. की रिपोर्ट ने सारे आरोपियों को आज़ाद कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार राजा भइया और उनके आदमियों के खिलाफ उन्हें कोई सबूत नहीं मिला। परवीन ने कोर्ट में दोबारा जांच की मांग करने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि जल्द ही राजा भइया को दोबारा मंत्री का पद दिया जाएगा।