राजस्थान के झुंझुनू जिले स्थित चिरावा कस्बे में एक दुल्हन रथ पर सवार होकर अपनी शादी से पहले होने वाली रस्मों को पूरा करने निकली तो देखने वाले हैरान हो गये।
यह दुल्हन है, गार्गी अहलावत जो ब्रिटेन से एमबीए करके वापस लौटी हैं और वह शादी से पहले होने वाली रस्म बिंदोरी के लिए घोड़े के रथ में सवार हुईं हैं।
दरअसल, ऐसा करने के पीछे गार्गी का लक्ष्य लोगों की रुढ़िवादी सोच को टक्कर देना है। वह लोगों की सोच बदलना चाहती हैं और लड़का–लड़की बराबर है का संदेश देना चाहती हैं। वह अपनी शादी से पहले तीन दिन तक झुंझुनू के 150 किलोमीटर की यात्रा घोड़े की सवारी से करेंगी।
गार्गी ने बताया, ‘ग्रामीण इलाकों में लोग टीवी शो या अखबारों में पढ़ने के बजाय सामने देखने पर प्रभावित होते हैं। मेरी मां बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के लिए अभियान चला रही हैं।
बिंदोरी उत्तर भारत की प्रसिद्ध शादी से पहले की रस्म बिंदोली से थोड़ी अलग है। इस रस्म में दूल्हा दुल्हन के संबंधियों को दावत में आमंत्रित किया जाता है इसलिए दूल्हा, लड़की के घर तक घोड़े की सवारी करके आता है। गार्गी ने इस रस्म को बदलते हुए खुद ही रथ पर सवार होना पसंद किया, वह अपने घर या एक मंदिर तक सवारी करेंगी।
बता दें कि गार्गी झुंझुनू के सांसद संतोष अहलावत की बेटी हैं।