जिला चित्रकूट, मऊ अउर मानिकपुर ब्लाक के किसान अक्टूबर से रवि के बीज खातिर परेशान हवैं। जबै कि जिला उप कृषि निदेशक बीज भण्डार मा पर्याप्त बीज होय के बात कहिन हवंै। अगर बीज भण्डार मा बीज हवै तौ किसानन का काहे परेशान कीन जात हवै।
ब्लाक मऊ, गांव कोपा के रामबोधन मटियारा गांव के रोशन, रामचन्द्र अउर मेवालाल का कहब हवै कि या समय चना अउर गेहूं के बोआई का सीजन चलत हवै, पै मऊ बीज भण्डार मा बीज न मिलै से हमार फसल पिछड़त जात हवै। बीज लंे खातिर मऊ बीज भण्डार के रोजै चक्कर लगाइत हन, पै शाम के खाली हाथ घर लउटै का परत हवै। बीज भण्डार के अधिकारी अपने हितैषी किसानन का बीज दइ देत हवैं।
मऊ बीज भंडार के प्रभारी देवन्द्र तिवारी का कहब हवै कि चना का बीज कुल तीन सौ बीस कुन्तल अउर गेंहूं का बीज दुइ सौ सत्तर कुन्तल आवा हवै। अबै किसानन के लिस्ट बनत हवै। यहिके बाद किसानन का बीज दीन जईं।
ब्लाक मानिकपुर, गांव चुरेह काशेरूवा, पुरवा डांड़ी के सुनीता चूल्ही गांव के रानी अउर दसिया कहिन कि चना, गेहूं के बीज नहीं मिलत। 11 नवम्बर का धरना धरा अउर कर्वी मा कृषि अधिकारी अरविंद कुमार जैन का ज्ञापन दीन गा। जिला उप कृषि निदेशक जगदीश नारायण कहिन कि जिला मा बीज हवै। अगर किसान का बीज नहीं मिलत तौ उंई लिखित दें।
जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव पलरा। गांव के मड़ई बताइन कि सहकारी समिति तीन महीना से बंद हवै। उंई 11 नवम्बर 2014 का पैलानी तहसील के एस.डी.एम. का दरखास दइके कारवाही के मांग करिन हवैं।
सहूरपुर के किसान रामकिशोर अउर श्यामलाल कहिन कि हम डी.ए.पी. खाद प्राइवेट दुकान से महगें दाम मा खरीदत हन। अगर सहकारी समिति खुलैं लागै तौ सरकारी रेट के हिसाब खाद मिल सकत हवैं पैलानी तहसील के एस.डी.एम आर.के. श्रीवास्तव का कहब हवै कि या सूचना के दरखास मैं लखनऊ भेज दीने हौं।