आवास अउर शौचालय के खातिर सरकार कइत से तमाम योजनाए चलाई जात हवैं। लोहिया आवास, इन्द्रिरा गांधी आवास, स्वच्छ भारत मिशन, खुले मा शौच मुक्त जइसे योजना चलाई तौ जात हवै, पै यहिके सच्चाई कुछौ अउर हवै। चित्रकूट जिला के ताड़ी गांव के मजरा चक अलैया मा मड़इन का आवास नहीं मिला आय अउर शौचालय के खोदे गड्ढा मउत का दावत देत हवैं।
शकुंतला का कहब हवै कि हमें न तौ कालोनी मिली आय अउर न शौचालय मिला आय। जेहिके खेत मा शौच का जइत हन तौ मड़ई हमें गाली देत हवै। रास्ता के किनारे जइत हवै तौ हुंवा से मड़ई निकलत रहत हवै, तौ कहां जई? हमें कालोनी अउर शौचालय मिल जई, तौ हमार समस्या खतम होइ जई। रानी बताइस कि तीन प्रधान बन गें हवैं, पै हमें कुछौ नहीं मिला आय। बरसात मा बहुतै परेशानी होत हवै। न तौ खाना बनावै के जघा आय, न तौ सोवे का जघा आय। कच्चा घर सगले हार चुवत हवै, तौ बच्चन के खेले तक का जघा नहीं आय। हमरे खेत आय ना जघा जमीन आय, दस पन्द्रह साल से यहिनतान के घर मा रहित हवै। हम सरकार से आवास के मांग करित हवै।
सुरेश का कहब हवै कि मड़इन के गड्ढा खोदे पड़े हवै, पै शौचालय का रुपिया अबै तक नहीं मिला आय। हिंया दुई सौ नब्बे घर हवै।
भगवानदीन बताइस कि अबै तक कउनौ के खाता मा रुपिया नहीं आवा आय। आश्वासन बस दइ देत हवै। मुन्नीलाल का कहब हवै कि बच्चा गड्ढा मा गिर जात हवैं।
प्रधान प्रतिनिधी मुन्नीलाल त्रिपाठी बताइस हवै कि जेहिकर नाम सूची मा हवै तौ वहिका आवास मिली, बाकी मड़इन के सूची बना के दीन गे हवै। शौचालय का रुपिया एक दुई दिन मा खाता मा भेज दीन जई।
ए.डी.ओ.पंचायत रुपनारायण का कहब हवै कि ताड़ी गांव मा चौसठ शौचालय का रुपिया मड़इन के खाता मा भेज दीन गा हवै। सर्वे कइके जांच के बाद बाकी मड़इन का भी शौचालय दीन जई। आवास के बारे मा ग्राम पंचायत अधिकारी बता सकत हवै।
रिपोर्टर- सुनीता देवी
Published on Mar 15, 2018