इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा हाल ही में सार्वजनिक पूजास्थलों पर लाउडस्पीकरोंका प्रयोग बंद करने का आदेश दिया। जिसके बाद राज्य में बढ़ते धार्मिक स्थलों की संख्या को देखते हुए इसे लागू कर पाने के तरीकों को सोच कर यूपी सरकार सकते में हैं।
2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य में 3,54,421 पूजा स्थल हैं जिनमें मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा और अन्य धार्मिक स्थल शामिल हैं। इनमें भी ग्रामीण क्षेत्रों में 2,95399 है जबकि शेष 59,022 शहरों और कस्बों में बने हुए हैं।वहीं, दूसरी तरफ 256,746 स्कूल और कॉलेज, 80,727 अस्पताल एवं डिस्पेंसरी, और 213,862 कारखाने और कार्यशालाएं हैं।
अब गौर करिए कि पूजास्थलों की यह कुल 3,013,315 संख्या, जनगणना में शामिल कुल पूजा घरों का लगभग 12% हिस्सा है और यह यूपी में पाया जाता है।
बता दें कि यूपी के अलावा अन्य राज्यों में मंदिरों की संख्याओं के हिसाब से महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और कर्नाटक क्रमवार सूची में शामिल हैं।
यूपी में भी इलाहाबाद इन सभी में सबसे ऊपर है, इसके बाद जौनपुर और रायबरेली हैं। अन्य प्रमुख जिलों में आज़मगढ़, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, सीतापुर, आगरा और गोरखपुर हैं। इन सभी ज़िलों में 7,000 से अधिक मंदिर हैं।
वहीं, यूपी की राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र में 5,991 पूजा स्थल हैं, जबकि शहर में 2,770 मंदिर हैं। वहीं, कानपुर 2,287, वाराणसी 1,500, आगरा 1,401 और बरेली 1,180 मंदिर हैं जो इस आदेश का पालन करेंगे।