प्रदेश के 560 शासकीय सहायता प्राप्त मदरसों को सर्वशिक्षा अभियान के तहत कक्षा एक से आठ तक की किताबें मुफ्त उपलब्ध कराई जाती रही हैं, लेकिन इस बार उन्हें अभी तक पुस्तकें नहीं उपलब्ध कराई गई हैं.
दरअसल, राज्य सरकार ने मई में मदरसों में एनसीईआरटी की किताबें लागू किये जाने का आदेश दिया था. अभी इस बात पर निर्णय नहीं हुआ है कि सर्वशिक्षा अभियान चलाने वाला बेसिक शिक्षा विभाग मदरसों को एनसीईआरटी की पुस्तकें देगा या नहीं?
टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया के महासचिव दीवान साहब ज़मां ने बताया कि ज्यादातर बेसिक शिक्षा अधिकारियों के पास अभी सर्वशिक्षा अभियान के तहत किताबें नहीं आई हैं.
उन्होंने बताया कि मदरसों में शिक्षण सत्र अप्रैल से शुरू होता है जबकि सरकार ने मई में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने का फैसला किया. ऐसा कोई भी निर्णय संबंधित सभी पक्षों को विश्वास में लेकर किया जाता है, मगर ऐसा नहीं हुआ. अगर ऐसा होता तो इन समस्याओं का हल निकलता.
इस बीच, सर्वशिक्षा अभियान के निदेशक वेदपति मिश्र ने बताया कि अभी इस बारे में केंद्र से कोई दिशानिर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं.
उन्होंने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर करने वाले परिवार से हैं. शिक्षण सत्र शुरू हो चुका है. ऐसे में वे बाजार से एनसीईआरटी की किताबें कैसे खरीदेंगे? अगर नहीं खरीदेंगे तो पढ़ेंगे क्या?