14 अगस्त की आधी रात, यूपी के औरैया में साधुओं की हत्या की खबर से सनसनी फैल गई। जब औरैया जिले के बिधूना कोतवाली के कुदरकोट गांव में स्थित भयानकनाथ मंदिर पर 3 पुजारी मंदिर की सुबह 2 पुजारी लज्जाराम व हल्केराम के शव चारपाई पर मिले, जबकि एक अन्य पुजारी रामसरन गंभीर हालत में तड़पता हुआ मिला।
पुजारियों को चारपाई से बांध कर उनकी बेरहमी से हत्या की गई थी। घायल साधु को सैफई मिनी पीजीआई में भर्ती कराया गया है उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी और गृह सचिव को 48 घंटे के अंदर हत्यारों को पकड़ने और उन पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। लेकिन पुलिस की शक की सुई उन लोगों पर पर जा टिकी है जिनके खिलाफ इन साधुओं ने गोकशी में शामिल होने की शिकायत पुलिस को दी थी।
दो साधुओं की मौत बड़े ही बेरहम तरीके से मंदिर परिसर में ही कर दी गई, जहां उन्हें चारपाई पर बांधकर चाकुओं से गोद डाला गया। तीसरा साधु गंभीर रूप से घायल है जिसे सैफई मिनी पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
कानपुर रेंज के आईजी आलोक सिंह ने बताया कि इन साधुओं ने 4 दिन पहले गोकशी करने वाले एक गिरोह की शिकायत डायल 100 पर की थी जिसके बाद 4 लोगों को हिरासत में लिया गया था। हिरासत में लिए गए लोगों में एक पुलिस कांस्टेबल भी था। बताया गया कि यह भी उन गोकशी करने वाले गिरोह से मिला हुआ था। पुलिस की शुरुआती जांच में शक की सुई उसी ओर जा रही है।
इन साधुओं पर जानलेवा हमला और दो साधुओं की निर्मम हत्या के बाद योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस को 48 घंटे का वक्त दिया है और 48 घंटे के अंदर इसके हत्यारों को सामने लाने को कहा है।
बताया जा रहा है कि पुजारियों की हत्या की सूचना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी। हत्या से गुस्साए लोगों ने बिधूना-इटावा मार्ग जाम कर दिया और पूरे बाजार को बंद करा दिया गया। कुछ लोगों ने आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया। फिलहाल स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। मौके पर पहुंचे एसपी नागेश्वर सिंह ने भी इस हत्या के पीछे गोकशी करने वाले गिरोह के हाथ की आशंका जताई है।