स्पेन में गर्मियों के दौरान होने वाली पारंपरिक सांडों की लड़ाई में पिछले महीने से लेकर अब तक सात लोगों की मौत हो गई है। इनमें से चार लोग सप्ताह के आखिर में मारे गए। हालांकि कई शहरों में इस पारंपरिक सांडों की लड़ाई पर रोक लगा दी गई है। मगर अभी भी ज़्यादातर स्पेन में हर साल यह लड़ाई आयोजित होती है। खेल समझी जाने वाली इस लड़ाई में सांड बदहवास होकर सड़कों में दौड़ते हैं। इनके रास्ते में जो भी आता है वह कुचला जाता है। दौड़ते सांडो के आगे-आगे उनसे तेज़ दौड़ते हुए लोग भी खेल का हिस्सा होते हैं। कई बार यही लोग सांडो के पैरों तले कुचले जाते हैं।
विरासत या बर्बरता?
स्पेन में हर साल करीब दो हज़ार बुल फाइट(सांडों की लड़ाई) आयोजित की जाती है। लेकिन यह आंकड़ा धीरे-धीरे कम हो रहा है। स्पेन के शहर कैटेलोनिया के बाद 2010 में कैनेरी आइलैंड्स में भी इस प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया गया। पिछले साल स्पेन में सात हज़ार दो सौ सांड और बछड़े इस पारंपरिक सांडों की लड़ाई में मारे गए।
सांडों की लड़ाई का विरोध करने वाले इसे हिंसा मानते हैं, लेकिन स्पेन में यह खेल अब भी काफी लोकप्रिय है। प्रधानमंत्री मारियानो राखोय भी इस खेल के चाहने वाले हैं। स्पेन में 2013 में बुल फाइट को चालू रखने के लिए एक कानून पास किया गया। इसमें कहा गया था कि देश की इस सांस्कृतिक विरासत को बचाना सरकार का दायित्व है।