जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी के कइयौ गांव। यमुना नदी मा 23 अगस्त 2013 का अचानक बाढ़ आवै से कइयौ गांव डूब गे है। या डूब क्षेत्र से परेशान जनता सड़कन मा परी है। प्रशासन कइत से पूरी सुविधा कराई गे है। अधिकारी भी मौजूद रहैं।
बजरंगी डेरा अउर बच्चा डेरा के शिवबली, रामकेश, कामता अउर रामप्यारी समेत पचास मड़ई बतावत हैं कि बरसात महीना हम लोग यमुना नदी के कारन आपन जान हथेली मा लीने खुले आसमान तरे बसर करत हन। दोहतरा गांव मा छतन के ऊपर डेरा घरा रहै। बाढ़ के कारन जहां देखै होंआ पानी-पानी देखात है। लौमर, सादीमदनपुर, गौसीपुर, चिल्ला, तारा, खजुरी, लसड़ा पलटू पुरवा अउर पैलानी समेत पचीस गांव के मड़ई कहत हंै कि हमरे हेंया के यमुना अउर बांदा के केन नदी का पानी गांवन का चारौ कइत से घेर लिहिस हैं। बाढ़ से परेशान मड़इन का राहत पहुंचावैं मा शासन-प्रशासन बहुतै जोर-शोर से लाग रहै। व्यवस्था नींक हैं, पै खाना पानी दें मा समय का ध्यान न दें से जनता भूख प्यास के तरस मा मरत है।
एस.डी.एम. गिरीश कुमार शर्मा का कहब है कि दुई स्टीमर अउर चार नाव लाग हैं। करमचारी, हलवाई, बी.डी.ओ, लेखपाल अउर सचिव समेत अधिकारिन के ड्यिूटी हेंया लाग है। शासन-प्रशासन कइत से तीन दिन से लगातार खाना पीना के व्यवस्था है। तिन्दवारी विधायक दलजीत सिंह कइत से दस गांव के जनता खातिर पांच-पांच सौ खाना के पैकेट भेजे गें हैं।
यमुना मा डूब गें घर
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