जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव चिल्ला। क्षेत्र के कइयौ गांवन मा यमुना नदी बाढ़ै से किसानन का बहुतै नुकसान भा है। दसन गांव पानी से घिर गंे हैं। राहत खातिर खाना, सूखा आनाज दवाई शासन कइत से भेजी जात है। हेंया के मनीराम, रामपाल, राजेन्द्र, बच्ची, कमला टिर्रा अउर मोतिनिया का कहब है कि 31 जुलाई 2013 का अचानक रात मा बाढ़ आई है। हजारन मड़ई का नुकसान भा है। रात भर नींद नहीं आई आय। आपन लड़कन बच्चन के जान हथेली मा लीने हन। रात भर बइठै रहित हन। गोरेलाल अउर मोतीलाल बताइन है एक गाठा दुई हजार रूपिया मा खेत सब्जी लगावै खातिर साल भर का मिलत है। यतना महगांई मा बीजा बाजार से खरीद के बोवा है। भिन्डी चालिस रूपिया के दस ग्राम खरीद कर बोवा है। एक किसानन का पचास हजार रूपिया का नुकसान भा हैं। यहै से हमार साल भर का खर्चा चलत रहै। जसपुरा ब्लाक मा बाढ़ आवै से साधन चार दिन से बन्द होइगें। जेहिसे नादांदेव अलोना अउर शंकर पुरवा मा तीन दिन से बराबर नवा अउर स्टीमर यमुना नदी मा चलत है। एस.डी.एम गिरीश कुमार शर्मा बताइन है कि जसपुरा ब्लाक के गांवन मा नाव अउर स्टीमर के व्यवस्था कीन गे है। खाना पीना तीन दिन से बराबर भेजा जात है। कुछ लोगन का बत्तीस सौ रूपिया का चेक दीन गे है। जब तक बाढ़ न उतरी तबै तक व्यवस्था कीन जई।
यमुना नदी मा बाढ़ से डूब गे घर, खेत
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