भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए मैच फिक्सिंग के आरोपों से बरी कर दिया है।
इसके साथ ही बोर्ड ने अब उन्हें सालाना अनुबंध भी देने का फैसला किया है। उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही दिल्ली डेयर डेविल्स के अभ्यास शिविर में हिस्सा लेंगे।
टिप्पणिया सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी (सीओए) ने दिल्ली के पूर्व कमिश्नर और बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई के प्रमुख नीरज कुमार से मामले की जांच का अनुरोध किया था। और उनकी ही अगुवाई में कुछ दिन पहले एक टीम ने उनके गांव का दौरा किया था।
नीरज कुमार ने बीसीसीआई की आचार संहिता के हिसाब इस मामले की गहन पड़ताल करने के बाद मोहम्मद शमी को इस मामले में क्लीन चिट दे दी। नीरज कुमार की रिपोर्ट मिलने के बाद बीसीसीआई ने मोम्मद शमी का अनुबंध जारी रखने का फैसला किया है।
बता दें कि मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने धारा 307 (हत्या की कोशिश का आरोप), 498 ए (घरेलू हिंसा), 506 (आपराधिक धमकी), 328 (जहर के जरिए नुकसान पहुंचाना), 34 (कई लोगों द्वारा किसी अपराध को अंजाम देने के लिए साझा साजिश) और 376 (बलात्कार) सहित कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।