जिला लखनऊ। जिले के मोहनलालगंज ब्लाक में हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या केस में औरत के परिवार की मांग के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केस विशेष जांच दल सी.बी.आई. को सौंप दिया है।
17 जुलाई को बालसिंहखेड़ा गांव के एक प्राथमिक स्कूल के बाहर एक औरत की लाश मिली थी। अब तक हुई जांच में उत्तर प्रदेश पुलिस पर भी कई सवाल उठे हैं। जांच में ढिलाई और दबाव के चलते मुख्यमंत्री को केस सी.बी.आई. को सौंपना पड़ा है। अब तक पुलिस ने उस इलाके में काम कर रहे एक चैकीदार को गिरफ्तार किया है।
कई मुद्दे उभर कर आए हैं जिनका पुलिस कोई जवाब नहीं देने में असमर्थ रही। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में कहा गया कि औरत की दोनों किडनी हैं जबकि उसके परिवार के अनुसार कुछ साल पहले उसने एक किडनी अपने पति को दान की थी। इस ही तरह मामले की जांच कर रही वरिष्ठ पुलिस अफसर सुतापा सान्याल ने शुरू में कहा था कि औरत के साथ बलात्कार की सिर्फ कोशिश की गई है। इसके बाद पुलिस ने कहा कि बलात्कार सिर्फ एक व्यक्ति ने किया और अब मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार यह भी साबित किया जा सकता है कि मामला सामूहिक बलात्कार का है।
लखनऊ शहर में कई लोगों ने धरने दिए। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
मोहनलालगंज केस में होगी सी.बी.आई. जांच
पिछला लेख