खबर लहरिया जवानी दीवानी मोबाइल फोन का अलग है स्टाइल, पर इसकी धूम में हो ना जाना ग़ुम

मोबाइल फोन का अलग है स्टाइल, पर इसकी धूम में हो ना जाना ग़ुम

गाना भले ही थोड़ा पुराना हुवय लकिन असली मतलब तौ अब सच साबित होइके देखात बाय काहे से आज के दौर मा हर केहू के पास चाहे बच्चा हो बूढ़े हो या फिर जवान सबके हाथ मा बैग मा जेब मा कान पै लाग रहाथै स्मार्ट फोन।
दिपांशी छात्रा लखनऊ कै कहब बाय की वसे हमार मनोरंजन हुआ कराथै। नेट कै सारी सुविधा बाय यही वजह से लोग ज्यादा इस्तेमाल करत अहैं काहे से जवन कीपैड वाला फोन बाय वसे सिर्फ फोन या केहू का मेसेज ही कै सकाथे । अउर स्मार्टफोन मा मेसेंजर, व्हात्सप बाय जेसे न्यूज कै जानकारी हुआ कराथै कि कहाँ काव हुवत बाय। तुरंत अपलोड हुआथै अउर भी जॉब वगैरह सर्च कीन जाथै। रिजल्ट देखा जाथै अउर ऑनलाइन कुछ देखै का हुवय शोपिंग भी कै ली थी।
पंकज कुमार मिश्रा विधानसभा मीडिया प्रभारी हैदरगढ़ कै कहब बाय कि जिला से अगर केहू बाहर राहत बाय ताऊ वसे जुड़ा रहा जाथै। घर के गतिबिधि पे नजर रखै का बाय कउनौ भी जगह के मैप का देख सका जाथे। गूगल सर्च सारी समस्या कै समाधान आपके स्मार्ट फोन के वजह से आपका मिल जाये|
फैजान सी ए आई सी आई बैंक—स्मार्ट फोन बहुत जरुरी बाय काहे से बैंक मा भी एक ऐप आय बाय जवन फोन पै भी देख सकाथिन । आलोक तिवारी सभासद मितई का पुरवा भाजपा हैदरगढ़ के कहब बाय की हर चीज कै दुई पहलू हुआथै अच्छा भी प्रभाव पड़ाथै बुरा भी। अच्छा ई बाय की पढाई के जमाना मा जवन हमरे सबकै दोस्त से नाय मुलाक़ात हुवत रही अब जुड़ गा अहैं ।
अंजली वर्मा छात्रा लखनऊ कै कहब बाय की चौबीस घंटा मा बारह घंटा तौ फोन यूज करीथी काहे से पढाई कै हेल्प  भी मिल जाथै। बायो केमेस्ट्री कै बुक डाउनलोड कइके पढ़ लीथी।
लकिन येहि दुनिया मा इंटरनेट उपयोग कै एक अउर पहलू भी बाय। सामाजिक अउर निजी व्योहार भी स्मार्ट फोन से हुवत बाय। फोन मा ही गुम रहाथिन सब व्हत्सप चलावत रहाथिन फेसबुक पै पोस्ट करत रहाथिन सब।
सोशल मीडिया पै कम समझदार मनई कै भरमार रहाथै अउर युवा पीढ़ी पै बहुत असर पड़त बाय।
माया मिश्रा गृहणी हैदरगढ़ कै कहब बाय की बारह साल से अट्ठारह साल तक कै गेदहरै अबहीं पढ़ाई मा उनका ध्यान दिये का चाही लकिन कान पै लगाय के मोटर सायकिल से जाथिन एक्सीडेंट भी होय जाथै। पढ़े मा रूचि नाय रहत। हंसुमन हैदरगढ़ बताइन की डाक के माध्यम से हमरे सब आपन संदेशा पहुंचावत रहेन या फिर केहू का भेजा जात रहा। समय तौ जरुर लागत रहा लकिन धैर्य बना रहत रहा।
ई बात तौ तय बाय की स्मार्ट फोन के जमाना बाय दिन प्रतिदिन हर क्षेत्र मा आपन जगह बनावत बाय। अउर हमरे सबका जमाने के साथ आगे बढ़े का चाही।
नसरीन लखनऊ–खबर लहरिया मा जुड़के नसरीन भी बहुत कुछ सीखिन की कैसे फोटो खीची जाथै कैसे पोस्ट कीन जाथै आईडी कैसे बनाई जाथै।
स्मार्ट फोन कइव मनई के ताई वरदान भी साबित भा वै दिनभर जेतना काम कराथिन सब शोशलमीडिया पै पोस्ट कराथिन
लकिन साथ ही ई बात भी निश्चित बाय की हम सब स्मार्ट फोन का केतनी अहमियत दिये चाहिथी एक माध्यम के रूप मा देखीथी या फिर आपन जिन्दगी ही बनाय बैठीथी ई सब स्मार्टफोन के तरह हम सबके ही हाथ मा बाय।

बाईलाइन-नसरीन 

15/09/2017 को प्रकाशित