केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। कैबिनेट ने खरीफ फसलों के न्यूनतन समर्थन मूल्य (एमएसपी) को डेढ़ गुना बढ़ाने पर मुहर लगा दी है। इससे धान की एमएसपी में 200 रुपए का इजाफा हुआ है।
बता दें कि पिछले साल धान की 1500 रुपए/कुंतल एमएसपी थी। यानी यह अब तक की सबसे बड़ी बढोत्तरी है। इस वृद्धि से सरकार के खजाने पर 33,500 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
बता दें कि कृर्षि मंत्री राधामोहन सिंह और नीति आयोग को सदस्य पीएम मोदी से मिले थे। मोदी का लक्ष्य है कि 2022 तक किसानों की आय को दोगुना कर दिया जाए। मोदी सरकार के एमएसपी बढ़ाने से सीधे तौर पर हरियाणा यूपी पंजाब महाराष्ट्र गुजरात जैसे राज्यों को सीधा फायदा पहुंचेगा।
विशेषज्ञों की मानें, तो ऐसा होने से घर के बजट में इजाफा होगा। यानी महंगाई बढ़ सकती है, जबकि फसलों का मूल्य 20 फीसदी तक गिरने पर सरकार को एमएसपी मुहैया कराने के लिए सवा लाख करोड़ रुपये खर्च करना पड़ सकता है।
वहीं, नीति आयोग के सदस्य और कृषि मामलों के विशेषज्ञ रमेश चंद ने कहा कि डेढ़ गुना एमएसपी किए जाने से महंगाई पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इसका कारण अन्य क्षेत्रों की तुलना में कृषि उत्पादन दरें बहुत ही कम हैं। वैश्विक स्तर पर तुलना करें, तो हमारे देश का किसान वाकई में कीमत के मामले में हाशिए पर है और इसमें सुधार बहुत जरूरी है।