जि़ला बनारस। मोदी आए और सौगातों की बौछार करके चले गए। लेकिन कोई हमसे भी तो पूछे कि उन्होंने हमें क्या दिया। यह कहना है ई रिक्शा चालक मनोज का। दरअसल प्रधानमंत्री हाल ही में बनारस गए थे। तब यह प्रचारित किया गया था कि उन्होंने कुछ लोगों को ई रिक्शा बांटे हैं।
मंडुवाडीह के संजय और मनोज ने बताया कि नाम तो हुआ है कि मोदी ने रिक्शा दिया है। मगर यह सब अफवाह है हमें कुछ नहीं दिया गया। यह एक रिक्शा एक लाख इक्यासी हजार सात सौ का है। तीन साल तक हमें इसकी किश्त जमाकर इसका पैसा चुकाना है। हर सप्ताह हम इसके लिए ग्यारह सौ छप्पन रुपए भरते हैं।
मनोज ने बताया कि इससे पहले वह फुटपाथ पर सब्जी की दुकानें लगाते थे। जब भी कोई नेता या अधिकारी वहां से गुजरने वाला होता था तो उन्हें वहां से हटा दिया जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी आए तो उससे आठ दिन पहले हमें हटा दिया गया है। पुलिस भी हमें अक्सर परेशान करती है। इस रिक्शे से अच्छी कमाई हो रही है। मगर यह किसी का दिया नहीं है बल्कि खुद हमने खरीदा है।
मोदी नहीं लोन का है रिक्शा
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