इस साल के ओलंपिक खेलों में भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम भाग नहीं ले पायेंगी. उन्हें ओलंपिक्स खेलों में ‘वाइल्ड कार्ड’ प्रवेश देने से अन्तराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ (आई.ओ.सी.) ने मना कर दिया है.
दरअसल, ओलंपिक्स खेल की योग्यता परीक्षा को पास करने में मैरी कॉम असफल हो गयी. वाइल्ड कार्ड प्रवेश उन प्रतियोगियों के लिए उपयोगी है, जो योग्यता परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं इसलिए उनका चयन दोबारा एक अलग प्रतियोगिता से होता है. ओलंपिक्स में वाइल्ड कार्ड प्रवेश भी इसलिए दिया जाता है ताकि खेल को बढ़ावा मिल सके.
नये नियमों के अनुसार, पिछले दो सैलून में जिन देशों में से 8 या 8 से ज़्यादा मुक्केबाज़ शामिल हुए थे, उनको वाइल्ड कार्ड प्रवेश नहीं दिया जायेगा. पिछले दो साल से भारत की तरफ से, 8 से ज्यादा मुक्केबाज़ भेज चुका है इसलिए भी मैरी कॉम को प्रवेश नहीं मिल सकता.
इस बारे में मैरी कॉम का कहना है कि उन्हें ये फैसला स्वीकार करना पड़ेगा लेकिन उन्होंने अभी हार नहीं मानी है. वो तब तक कोशिश करेंगी, जब तक मुक्केबाजी के लिए वह शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं.