जिला वाराणसी, ब्लाक चोलापुर, हरहुआं,गावं धरसौना बैरीवन भोहर। इहां के कुछ मेहरारू सावित्री, मीरा, चम्पा इ सब लोगन के कहब हव कि ए समय हमने गेहूं के कटाई में लगल हई। इ काम हमने चार बजे भोर में शुरू कर देईला। बस नाम भर के पुरूष के काम रहला। रोज हमने खेती करीला। फिर ओके काटीला। बांध के ओके ढोवल जाला। हम लोग दवावे भी लेके जायल जाला। फिर ओमे से गेहूं आउर भूसा अलग हो जाला। गेहूं त हमने के काम में आवला। आउर भूसा के भैंस के दिया जाला। बस नाम होला कि आदमी लोग खेती के काम करलन। लेकिन ज्यादा काम मेहरारू के करे के होला। सब काम मेहरारून करलीन लेकिन जमीनी स्तर पर मेहरारून के कहीं नाम नाहीं होत।
मेहरारू के जिम्मे खेती
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डी.डी.टी. छिड़काव कराउ बिमारी दूर भगाउ
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