जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव मुगौरा। 3 मई का इनतान के तपत धूप मा बडे़ अधिकारी के तहसील दिवस देख गांव के विकलागं कालोनी के मांग का लइके दरखास देत आरोप लगाइन कि 24 अप्रैल का उनके गांव मा भे खुली बइठक मा 30 विकलागंन के नाम कालोनी खातिर दीन गे हैं। जउन झूठ है अउर जउन सच मा विकलांगन हन, तौ कालोनी नहीं दीन जात आय।
गांव के विकलांग रामचरन मुंह से विकलांग है ,रामदयाल अउर बृजकिशोर के दुनौ हांथ कटे है। इनका कहब है कि हमरे ग्राम पंचायत मा कुल चार विकलांग लोग हैं। उनका कालोनी नहीं मिली। गांव मा 24 अप्रैल मा प्रधान के पहिली बइठक मा सचिव, प्रधान, ए.डी.ओ.पंचायत अउर लगभग पचासन लोगन के साथै प्राथमिक स्कूल मा खुली मीटिगं मा विकलागंन के नाम से 30 लोगन का कालोनी दें खातिर पुकारा गा है। जबैकि उनके पास 30 30 बीघा जमीन है अउर विकलांग भी निहाय। हम लोग विकलांग हन तौ हमरे खातिर कउनौ सुनाई निहाय।
महुआ ए.डीओ. पंचायत लालमण का कहब है कि चार साल पहिले भे सर्वे सूची के आधार मा चयन कीन गा है। होई सकत है कि पहिले गरीब अउर कालोनी के पात्र रहे होय। विकलांग वाली कउनौ बात निहाय। असहाय लोगन का तौ शासन स्तर से पहिले ध्यान दीन जात है। होई सकत है इं लोग बीच से विकलांग भे होय। अब सर्वे करावा जई अउर उनका भी कालोनी दीन जई।
रिपोर्टर – गीता