18 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित
जिला बांदा, ब्लाक तिंदवारी। हीरो शब्द सुनतेन आंखी के सामने बड़े बड़े फिल्मी हीरो अउर खिलाड़िन के चेहरा आवे लागत है पै हर गांव अउर शहर मा भी हुंवा का हीरो होत है दुई साल पहिले तिंदवारी का नारद मोटर साइकिल के इंजन से हेलीकाप्टर बनाइस रहैं। पुलिस के मना करे के कारन नारद आपन सपना पूर नहीं कर पावा। का आवे वाले समय मा तिंदवारी का आपन हीरो मिल पई।
नारद का कहब है कि मोहिका पढ़ाई करै का शौक नहीं रहै मैं आपन दिमाक से कुछ करे चाहत रहे हौं तबै मैं हेलीकाप्टर बनावें का काम शुरू कीनेंव पै प्रशासन कइत से रोक लगा दीन गें तबै मैं बाहर चला गयेंव। मोर बहुतै सपना है दिमाक बहुत कुछ करै का सोंचत है पै कत्तौ से सहायता नहीं मिलत आय उल्टा मड़ई मोर मजाक उड़ावत हैं।
नारद के महतारी सुखरनिया अउर चाचा चुन्नू का कहब है। कि पुलिस वाले जब हेलीकाप्टर बनावें मा रोक लगा दिहिन रहै तौ नारद का दिमाक ख़राब होइगा रहै अउर व बाहर चला गा रहै।
मीरा देवी