सलमा एक तमिल लेखिका हैं।
- वह तिरुच्चिराप्पल्ली के नजदीक तुवरन कुरिच्ची में रहती हैं।
- उनका असली नाम रुखिया राजात्ती हैं।
- अपनी औपचारिक शिक्षा पूरी करने के बाद से वे बंधित तमिल के लिए कठोर भाषा में कविताएं लिखने लगी।
- उन्होंने ‘ओरु मालयुम इन्नोरु मालयुम’, ‘पच्चै देवतै’ जैसी कविता संग्रह के साथ ‘रंडाम यामंगलुडे कथा’ जैसा उपन्यास भी लिखा है।
- उन्हें उनके लेखन के लिए ‘कथा पुरस्कार 2004’, ‘अमुदन अडिकल पुरस्कार’, ’ देवमकल ट्रस्ट पुरस्कार’ जैसे पुरस्कार प्राप्त किए गए हैं।
- सलमा धर्मों में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभावों पर लिखती हैं।
- उनकी ऐसी लेखनी के कारण ही उन्हें परिवार और समाज से नहीं लिखने की हिदायत दी गई।
सलमान रुश्दी, तस्लीमा नसरीन, रसूल की रचनाओं की तरह ही उनकी रचनाएं भी विरोध के घिरे में आती रही हैं।