बुंदेलखंड के गुलाबी गैंग का सब कोउ जानत है। का तुम बुंदेलखंड के मास्साब का देखें हौं नहीं देखेव तौ तुम्हें मिलाइत है बांदा के इं कलाकारन से। फिल्म मास्साब के हीरों अउर लेखक बांदा जिला के खुरहंड गांव के शिवा सूर्यवंशी आय। आओ जनित है वहिके दिमाक मा कहां से फिल्म बनावें का विचार आवा है।
बत्तीस साल के शिवा सूर्यवंशी का कहब है कि हम प्राइवेट स्कूल मा पढ़े हन। महतारी बाप का चाहें कर्जा ले का पड़ै पै आपन बच्चन का प्राइवेट स्कूल मा पढ़ावत हैं। सरकार के येत्ता रुपिया खर्चा करै के बादौ सरकारी स्कूल के हालत बहुतै खराब है। यहै कारन स्कूल के विषय मा फिल्म बनाये हौं जेहिसे मड़ई जागरूक हो अउर मास्टरन का भी सीख मिलै। मुम्बई से ज्यादा गांव के मड़ई फिल्म मा काम करिन हैं। नवम्बर मा फिल्म बन गें है। हमार फिल्म बहुतै पसंद कीन जात है।
शिवा के भाभी सरिता सिंह फिल्म मा सहायक कलाकार बनीं है। वहिकर कहब है कि पहिले हम कत्तो शूटिंग नहीं देखे रहेनयहै कारन फिल्म मा शूटिंग करै मा हिचकिचाहट होत रहै। अभिनेता प्रेमसिंह का कहब है कि मैं हीरोइन के बाप का रोल कीने हौं।
रिपोर्टर-मीरा देवी और कविता
published on Dec 26, 2017