बिहार के सारण जिले के मिड डे मील हादसे पर हो रही जांच से ये निकला है कि हादसे के पीछे कोई षडियंत्र नहीं था।
16 जुलाई को सारण जिले के मशरख ब्लाक के धर्मसती गंडामन गांव में तेइस बच्चे ज़हरीला खाना खाकर मर गए। इस हादसे ने पूरे देश को हिला डाला था। मामले की जांच के लिए एक खास जांच दल बनाया गया। इस दल की रिपोर्ट के अनुसार ये हादसा केवल लापरवाही की वजह से हुआ था और उसके पीछे कोई शादियंत्र नहीं था। जांच दल के प्रमुख विनय कुमार का कहना है कि हेडमास्टर ने बच्चों को खाना देने से पहले खुद उसे नहीं चखा जबकि ये सरकारी नियम है और जब बच्चे उलटी करने लगे तो उन्हें अस्पताल न पहुंचाकर लापरवाही बरती।
हादसे में जो बच्चे बच गए थे उन में से दो बच्चे फिर बीमार पड़ गए और उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया। दोनों बच्चे अब ठीक हैं।
मिड डे मील हादसे का कारण लापरवाही
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