कुलपहाड़ तहसील में महोपकंठ थाना क्षेत्र की महिला का आरोप है कि जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर गाली गलौज मारपीट से मेरी लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब तक मेरी सुनवाई नहीं होगी, तब तक मैं अपनी लड़की का दाह संस्कार नहीं करने दूँगी। कुलपहाड़ तहसील में आज ही दरखास दी है।
माता-पिता का कहना है कि 18 साल की 12वीं में पढ़ने वाली लड़की सही गलत सब जानती थी। उसको पानी भरने के दौरान रोज गाली-गलौज, ताने अजीब सी बातें बोलना। जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर ये बोलना कि हम सीओ साहब को पचास हजार रूपये देकर काम करा लिया है और ये कुछ नहीं कर पाए हैं। इन सबसे उसको बहुत बुरा लगा है इसलिए उसने फांसी लगा ली। ये सब बोलने वाले लोगों का नाम राधा,सोनम,जूली,लखन और लखन की पत्नी अनुसुइया और तीनों लड़की ये सब बोलती थी। जब हमने मना किया, तो घर में आकर गाली-गलौज करना, ताने देना। हम अभी कमिश्नर साहब के पास जायेगें। फिर उसके बाद लडकी दाह संस्कार करेंगें।
महोपकंठ थाना के दरोगा नन्दराम का कहना है कि उसका हर्जन एक्ट का मुकदमा पहले से लगा है। जो 25 तारीख को लगाया गया है। जिसकी विवेचना सीओ साहब करने लगे थे, तो अब वो ही जाने।
सीओ अब्दुल कलाम खां का कहना है कि वो आत्महत्या करने का कारण है, कि वो इंग्लिश के पेपर में फेल हो गई थी, इसलिए उसने फांसी लगाई है। अगर और कोई तहरीर आती है, तो उसकी जांच कराके जल्दी ही कार्यवाही करेंगें।
रिपोर्टर: श्यामकली
Published on May 15, 2018