त्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए हर गांव में मनरेगा का काम खोला है जिससे मजदूर अपने गांव में काम करके अपने परिवार का भरण पोषण कर सके रोना महामारी बीमारी से खुद और अपने परिवार को बचा सके पर। महोबा जिला के कमलखेड़ा प्रधान के द्वारा मनरेगा में लाखों रुपए का घोटाला करता नजर आ रहा है। प्रधान शिवरतन के द्वारा चंद्रावल नदी में प्रवासी मजदूरों के लिए आया मनरेगा का काम जेसीबी मशीनों के द्वारा करवाया जा रहा है। मनरेगा में काम करने वाले रामू ने बताया कि ये काम माजदूरो के लिए आया है, जिससे हम लोग काम करके अपना परिवार पाल सके। पर प्रधान जेसीबी मशीन के द्वारा मशीन से काम कराया जा रहा है। रात को मशीन आती है, और खोद कर चली जाती है। सुबह दो चार मजदूरो को लगा कर सफाई करा देते है।
प्रधान शिवरतन ने अपनी बात में सफाई देते हुए कहा कि उधर जेसीबी मशीन पेड़ काटने के लिए गयी थी। मिट्टी मजदूरो के के द्वारा ही खोदी जाती है। अभी तक में लगभग 4 लाख के आसपास काम हो गया है।
जेई नारायणदास ने कहा कि जानकारी है, हम जाकर देखेगे। आप अपना काम करो हम अपना करेंगे।
डीएम महोबा अवधेश कुमार ने बताया कि मनरेगा के काम मे मशीन से काम करवाने का कोई आदेश नही है। सारा काम मजदूरो से ही करवाया जाएगा। अगर मशीन से काम हो रहा है तो जांच करवाई जाएगी।