महोबा जिले के जैतपुर ब्लाक के मोहारी गांव में दलित बस्ती में तीन साल से नहीं हुई सफाई। सफाईकर्मी होने के बावजूद लोग खुद से सफाई कर रहे हैं। गांव के प्रधान रामरतन का कहना है कि क्षेत्र बड़ा होने के कारण एक सफाई कर्मी सफाई नहीं कर पाता है।
बिहारी का कहना है कि सफाईकर्मी बहुत बुरी-बुरी बातें कहता है। मैं किसी का कर्जा लिया हूं क्या? तुम सब लोग अपने सामने की नालियों की सफाई करो और करते भी हैं।
सौरभ ने बताया कि कभी-कभी झाड़ू लगता है, नहीं तो हम खुद साफ कर लेते हैं, क्या करे? जब सफाईकर्मी साफ करने नहीं आता है, तो नालिया बदबू देने लगती है।
ईश्वरदास का कहना है कि जब सफाईकर्मी है तो उसको सफाई करनी चाहिये। हमने मांग भी की है, प्रधान से कहा तो प्रधान ने उसको डांट-फटकार भी लगाई, लेकिन वह सुनता ही नहीं है। महोबा सफाईकर्मी भरतलाल का कहना है कि जहां पर साफ है, तो वहां पर झाड़ू नहीं लगाता हूं। जो साफ करने योग्य जगह है तो वहां पर साफ करता है। हमारा टारगेट पक्की नालियों का है। एक दो बार दलित बस्ती जाकर साफ किया है।
एडीओ पंचायत कमलेश कुमार अनुरागी का कहना है कि जो सफाई कर्मी सफाई नहीं करते है, उनका वेतन तत्काल रोका जाएगा या उनको सस्पेंड किया जायेगा।
रिपोर्टर- श्यामकली