महोबा जिले के कबरई थाना क्षेत्र के पहरा गांव में मौत का एक मामला सामने आया है। मजदूर मूलचंद 13 मई को काम पर गया, तो था लेकिन देर रात तक घर वापस न लौटने पर उसकी खोज करने पर उसकी लाश मिली। परिवार वालों के अनुसार गांव का ब्रजकिशोर उर्फ़ चुक्खा उसे सुबह काम पर ले गया था। वे पहाड़ पर खनन का काम कर रहे थे। लोगों के अनुसार उस पहाड़ का पट्टा खत्म हो चुका था।
मृतक की भाभी ऊषा ने बताया कि सुबह वो काम पर लेकर गया था। जब शाम को देर रात तक घर आया तो हमारी सास ने पूछा कि हमारा लड़का कहाँ है। फिर दो चार मोटरसाईकिल में ढूढ़ने निकले, तो जहां पर काम गये थे उसी जगह के बगल में रास्ता है, जहाँ उसकी लाश मिली। ऐसा लगता है कि बिजली से जलाके मारा गया है। साला रामगणेश ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं थी, कि वो खनन वैध है या अवैध है। हम तो मजदूर आदमी है, हमें जहाँ काम मिलेगा वही काम करने जायेगें। जहाँ कोई रोकेगा, तो रुक जायेगें। मैंने पूरे शरीर को अच्छी तरह से देखा है, वो मारे गये हैं। भाई खेमचन्द्र का कहना है कि कपड़ा देखकर लगता है कि उसको मारा गया है। लेखपाल श्यामलाल का कहना है कि उसकी मौत आकाशीय बिजली से नहीं हुई है, बल्कि कोई गम्भीर चोट लगने से उसकी मौत हुई है। निरीक्षण के दौरान लग रहा था कि जैसे कोई पत्थर लगा हो।
एसपी साहब से बात नहीं हुई है और न ही उन्होंने फोन उठाया।
कबरई थानाध्यक्ष एसओ विपिन दिवेदी का कहना है कि मूलचंद नाम के व्यक्ति कि मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई है।
रिपोर्टर: सुनीता प्रजापति
Published on May 15, 2018