जब कोई मारपीट करे तो हम पुलिस के पास जाते हैं, लेकिन जब पुलिस ही जान लेले तो जनता कहां जाय? ऐसा ही एक मामला महोबा जिले के कैथोरा गांव से सामने आया है। कैथोरा गांव का कट्टू नाम के व्यक्ति के परिवार वालों का कहना है कि पुलिस ने पकड़कर हमारे व्यक्ति को ले गई।
भाई महाराज सिंह ने बताया कि 11 मई को रात में पकड़कर ले गये थे। दारू के आरोप में पकड़ ले गई थी। खत्म कल हुई है। पुलिस वालों ने कुट्टू को छोड़ने के लिये रूपये की मांग की थी। तेरह हजार रुपया दिया भी है। जब कुट्टू घर आया, तो पानी पीने के बाद बेहोश होकर गिर पड़ा। काफी देर बाद होश आया। फिर अस्पताल लेकर गये वहां डाक्टर न मिलने के कारण हम कट्टू को बेलाताल लाये। बेलाताल के डाक्टर ने इलाज किया। वहां भी ठीक न होने के कारण डाक्टर ने रिफर कर दिया। फिर महोबा ले गये। महोबा में एक घंटा इलाज चलने के बाद वहां से कानपूर रिफर किया गया। कानपुर से झांसी ले गये। झांसी के डाक्टर ने बताया कि अंदरूनी चोटें आई हैं। खूब पुलिस वालों ने चढ़-चढ़ कर मारें हैं। जिसके कारण बहुत चोट आई हैं। बांकी रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा। डीएम, कप्तान और मानवाधिकार वाले अधिकारी को भी दरखास दिया है। ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए कि वो किसी के साथ बदसलूकी न करें।
अजनर थाना में एसओ महेंद्र कुमार भदौलिया का कहना है कि 12-5-2018 को दिन में 2:30 बजे पकड़कर लाये थे। हमें सूचना मिली थी, कि कट्टू शराब का काम करता था। 12-5-2018 को शाम को छोड़ भी दिया था।लेकिन कट्टू छूटने के बाद शराब और अंडा पिया खाया था, जिससे उसकी तबियत ज्यादा खराब होने के कारण, उसकी मौत हो गई है।
रिपोर्टर: श्यामकली
Published on May 17, 2018