जिला चिकित्सालय बन गया मोटरसाईकिल स्टैंड हम बात कर रहे हैं, महोबा जिला चिकित्सालय की जहां मरीजों के इंतजार करने की जगह पर मोटरसाईकिल खड़ी हैं। यहाँ लोग दवा कराने आते हैं, कहीं भी मोटरसाईकिल खड़ी करते हैं। ये स्वास्थ्य विभाग को ध्यान देना चाहिए कि गाड़ी स्टैंड कहां बना हैं और गाड़ी कहां खड़ी करना है। यहाँ पर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही साफ नजर आ रही है। गाड़ियों के मारे लोगों को बैठने की जगह नहीं है।
मोहित ने बताया कि गाडियों को, तो कायदे से बाहर खड़ी होना चाहिए,क्योंकि गरीब लोग दूर-दूर से आते है और बैठने तक की जगह नहीं है। मुकेश भारती का कहना है कि ये, तो स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है जो लोगों को गाड़ी खड़ी करने से मना नहीं करती है। मरीज आते हैं, लेकिन व्यवस्था सेव्यवस्था बनाई जा सकती है। जसवंत का कहना है कि हम विकलांग है। गाड़ी रास्ते में खड़ी रहती हैं, तो हमें निकलने में दिक्कत होती है। ये नहीं कि लोग साइड ममे खड़ी करें, तो लोगों के निकलने के लिए जगह बनी रहे। शक्ति ने बताया कि या कर्मचारियों का काम है, कि गाड़ी कहाँ खड़ी करनी है। गाड़ी को छाया में खड़ी कर देते हैं और लोग धूप में खड़े रहते हैं।
महोबा के मुख्यचिकित्सा अधीक्षक उदय वीर सिंह का कहना है कि जिला चिकित्सालय के अनुसार जगह बहुत छोटी है। उस पर किसी तरह से चिकित्सालय चलाया जा रहा है, तो कहीं लोगों की गाड़ी खड़ी करने की समय तो कहीं लोगों के बैठने की समस्या बनी ही रहेगी। ये समस्या हमारी ही नहीं है, बल्कि शासन स्तर तक की है। जब ये कभी बड़ा अस्पताल बनेगा तभी ये समस्या सुलझेंगी। क्या कभी सीएमओ की बात प्रशासन तक पहुंचेगी?
रिपोर्टर: श्यामकली
Published on May 31, 2018