जिला ललितपुर, गांव चौकी में सफाई कर्मी होत भए पे भी सफाई को नामो निशान नइया। जिते सरकार हर गांव और गली चमकाबो चाह रई और उतेई सफाई कर्मी गायब हे। जब खबर लहरिया की पत्रकार सफाईकर्मी से मिली तो पहले तो सही से जबाब नइ दओ फिर बाद में रुपइया देके खबर दबाबे की कई।
प्रतिभा श्रीवास्तव ने बताई के स्कूल को नल ही खराब हे और शौचालय में भी सफाई नइ होत तो बच्चा जा नइ पात। फिर बाद में बीमारी होती।
रामदयाल ने बताई के हमाय दुआरे में तो कबहु सफाई नइ करी न नाली साफ़ करी। हम ओरन ने प्रधान से कई तो बोले के तीन सौ रुपइया देहे तो हम दस बारह आदमियन ने तीन दिन काम करो और मजूरी एक दिन की दई।
शिवराज ने बताई के हम ओरन ने शिकायत भी करी ती लेकिन कछू सुनवाई नइ भइ। जब सफाईकर्मी गांव में हे तो रोज सफाई होबे। सरकारी बेतन जई से दई जात के गांव में सफाई रखे।
मुकेश निरंजन ने बताई के मेन मुद्दा जो हे गंदगी को गांव में पक्के मकान नइया और जो सीसी डरी बो हे पंद्रह साल पुरानी रास्ता कम हे अगर पक्की नाली बना हे तो वाहन नइ निकर पेहे। सफाईकर्मी पंद्रह दिन में दो बार आत। और कत के हमाई तो ड्यूटी विद्यालय की सफाई करबे की हे।
रिपोर्टर- राजकुमारी
24/05/2017 को प्रकाशित