महाराष्ट्र में फसल के नुकसान की वजह से कर्ज में डूबे एक किसान ने 10 अप्रैल को कथित रूप से खुदकुशी कर ली।
पुलिस के अनुसार, किसान की पहचान शंकर चयारे (50) के तौर पर हुई है। विदर्भ क्षेत्र के यवतमाल जिले का रहने वाले शंकर ने अपनी मौत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया है।
पुलिस ने बताया कि चयारे ने कथित रूप से जहरीली रसायन पी लिया था, जिसके बाद इलाज के लिए यवतमाल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई। कीड़ों के हमले से कपास की फसल को हुए नुकसान को किसान की आत्महत्या का मुख्य कारण माना जा रहा है। पुलिस ने बताया कि एक कथित आत्महत्या पत्र भी बरामद हुआ है।
यवतमाल के पुलिस अधीक्षक राज कुमार ने बताया, ‘पुलिस ने कथित आत्महत्या पत्र जब्त किया है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम है और खुदकुशी के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया गया है, लेकिन हम इसकी सत्यता और मौत के कारणों को सत्यापित कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है जिसके बाद कथित आत्महत्या पत्र की सत्यता का पता लगाया जाएगा।
कुमार ने बताया कि चयारे ने स्थानीय ऋण सहकारी समिति से 90,000 रुपये और साहूकार से तीन लाख रुपये उधार ले रखे थे। शंकर चयारे यवतमाल जिले के घतंजी थाना क्षेत्र के तहत आने वाले राजुरवाड़ी गांव का रहने वाले थे। आपको बता दें, महाराष्ट्र के यवतमाल जिले से पहले भी किसानों द्वारा आत्महत्या करने की खबरें आती रही हैं।