जिला ललितपुर गांव बनियाना के रवि विश्वकर्मा मख्खन बनाबे की मशीन बनाबे को काम करत। गरीबी और बेरोजगारी के कारण सात साल पहले रवि ने जो काम सीखो तो।
रवि ने बताई के हमाई जे मशीने हम बेचबे नइ जात कितऊ बाहर आस पास के गांव के आदमी खुद आत लेबे के लाने। एक मशीन ग्यारह सौ की बिकत। लकड़िया के रुपईया हटा के एक मशीन में सौ रुपईया मिलत।
छह सौ रुपईया की लकड़िया आत और चार सौ को सामान ले आत केवल सौ रुपईया मिलत जीसे अपनों परिवार को खर्चा चलात। एक मशीन बनाबे में तीन दिन लग जात। हमने जो काम ललितपुर में लकड़िया की दुकान पे पचास साठ रुपईया मिलत में काम करत ते और सीखो तो। जबही से जो काम फिर हम खुद अपनो करन लगे।
रिपोर्टर- राजकुमारी