ओडिशा के जगत्सिंगपुर जिले के दूधवाले गर्मी के मौसम में एक सोचा-समझा स्थानान्तरण करते हैं। इसमें वह अपनी भैंसों को देवी नदी के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान चारे के लिए ले जाते हैं। ओडिशा के जगत्सिंगपुर जिले के दूधवाले गर्मी के मौसम में एक सोचा-समझा स्थानान्तरण करते हैं। इसमें वह अपनी भैंसों को देवी नदी के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान चारे के लिए ले जाते हैं। गर्मियों में अधिक तापमान होने के कारण मवेशियों के लिए चारे का संकट उत्पन्न हो जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए जिले के दूधवाले अपने मवेशियों और दूध देने वाली भैसों को नदी के द्वारा दूसरे स्थान पर ले जाते हैं। यहाँ ओडिशा राज्य सहकारी दूध प्रोड्यूसर्स फेडरेशन अच्छी तरह से स्थापित है। इसलिए यहाँ के दूधवालों और अन्य दूध के उत्पादन बनाने वालों को बाजार खोजने की चिंता नहीं रहती। देवी नाड़ी नदी जिले के आसपास में रहने वालों के लिए जीवन यापन का मुख्य साधन है। यह नदी मछलियों के पकड़ने और दूधवालों के मवेशियों के लिए मुख्यरूप से प्रयोग की जाती है। इस नदी में कई डेल्टा और मोड़ है जो काफी गहरे भी है। कई बार नदी पार करते हुए भैंसे डूब भी जाती है इसलिए स्थानान्तरण के दौरान कई लोगों को मिल कर दूधवालों का साथ देना पड़ता है। नदी के दूसरी तरफ मवेशी शाम तक चारा चरते हैं और रात होने से पहले ही उन्हें वापस चलने का इशारा कर दिया जाता है।
मवेशियों का सोचा-समझा स्थानान्तरण
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