बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस के साथ गठबंधन और मध्य प्रदेश में अकेले सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस व बसपा के बीच गठबंधन की कोशिशें चल रही थीं लेकिन बात नहीं बन पाई। इस बारे में लखनऊ में मायावती और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने गठबंधन कर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। मायावती ने कहा कि जरूरत पड़ने पर हम अन्य छोटी पार्टियों को साथ ले सकते हैं। दोनों दलों के बीच सीटों का बंटवारा भी हो गया है।
कांग्रेस ने इसे भाजपा के इशारे पर हुई डील करार देते हुए चुनाव में किसी तरह के नुकसान से इनकार किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि बसपा के साथ गठबंधन पर चर्चा हुई थी लेकिन बसपा ने अजीत जोगी के साथ जाने का फैसला किया है। पुनिया का आरोप है कि पूरी डील भाजपा के इशारे पर हुई है।
कांग्रेस भले ही राजनीतिक नुकसान से इनकार कर रही हो, पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के कई नेता मानते हैं कि इससे माहौल पर असर पड़ा है।
वहीं, मध्य प्रदेश में पार्टी अभी बसपा के रुख को तौल रही है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि बसपा ने कुछ सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दबाव बढ़ा दिया है। उधर, राजस्थान में भी कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाएं लगभग खत्म होती दिख रही हैं।
बसपा ने मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
बता दें, छत्तीसगढ़ में पिछले चुनाव में बसपा को एक सीट और 4.5% वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस और भाजपा के बीच सिर्फ 1% वोट का अंतर रह गया था। उधर, एमपी विधानसभा चुनाव में बसपा को चार सीटें मिलीं थीं।