जिला अम्बेडकर नगर। यहां के कई गांवों में पाला पड़ने से आलू, मटर, सरसों की फसल बर्बाद हो गई है।
ब्लाक कटेहरी के गांव गोपालपुर के किसान सिंगारी देवी, वर्षा भास्कर ने बताया कि दो बीघा आलू की खेती की गई है। पाला पड़ने से आलू की खेती खराब हो गई है। आलू का पौधा पीला पड़कर सूखने लग गया है। गांव टेकनपुर के अच्छेलाल ने कहा कि अभी तक अच्छी फसल की उम्मीद लगा रखी थी, लेकिन मौसम ने उन उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। महेश ने कहा कि पाले का असर उन फसलों पर सबसे ज्यादा पड़ेगा, जिनमें फूल लग रहा है। पाले के कारण सरसो, मटर आदि के फूल झड़ने लगेंगे सारी फसल चैपट हो जाएगी।
पाले से निपटने के उपाय
उप कृषि निर्देशक ओपी पांडेय ने बताया कि मटर की फसल को पाले और ज्यादा बरसात से बचाने के लिए ढाई लीटर फसलों में डाली जाने वाली एक दवाई माइकोजेब के घोल को चार बीघे फसल में छिड़काव करना होगा। सरसों की फसल को बचाने के लिए रेड़ोमिल एमजेड नाम की दवाई की ढ़ाई किलोग्राम मात्रा को आठ सौ लीटर पानी में घोल बनाकर चार बीघा में छिड़काव करें। हल्की सिंचाई करके आलू को बचाया जा सकता है। इसके अलावा माइकोजेब नाम की दवाई को दो लीटर पानी में घोलकर एक बीघा में छिड़काव करना चाहिए।
मटर, सरसों और आलूू, पाले से बर्बाद
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