जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, गांव परसहर। हेंया महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारन्टी योजना (मनरेगा) के तहत या गांव मा मड़ई जनवरी के महीना से मेड़बंदी अउर समतली करण का काम करत है। जेहिमा 155 मजदूर काम करत हैं, पै उनका तीन महीना से मजदूरी का रूपिया नहीं है। अब मजदूरी का रूपिया न मिलैं से लोग परेशान हैं। जब कि सरकारी नियम के हिसाब से हर सात दिन मा मजदूरन का हिसाब होय का चाही अउर बी.डी.ओ. भी या बात मानैं का तैयार निहाय कि लोगन के मजदूरी परी है।
अंजू, कमला, राजकिशोर अउर रज्जू का कहब है कि हम लोग गरीब मजदूर इनतान के धूप लुवार मा खून पसीना एक कइके काम के सहारे ही आपन परिवार पालित हन। या साल सूखा के कारन किसानी भी ठप परी है। जेहिसे हम लोगन के घरन मा खाय तक का निहाय। अंजू कहत हैं कि अब हमरी 70 खंती अउर 12 दिन के रोजनदारी हैं। जेहिमा कुल चार हजार रूपिया मिला हैं। हम गरीब मजदूर फरूहा कुदारी के सहारे रहत हन, पै मजदूरी समय से नहीं मिली आय। सावित्री अउर मुन्नी कहत हैं कि हम सोचत रहन कि या साल सूखा परा है अउर सरकार यहै कारन काम भी सौ दिन से बढ़ा के 150 दिन कइ दिहिस है, तौ गांव घर मा रही के मेहनत करब अउर समय समय से रूपिया मिल जई तौ हमार घर खर्च चली, पै अब त्यौहार भी होइगा। मजदूरी नहीं मिली जउने आसरा मा दिन दिन भर धूप मा मेहनत करत रहन कि त्यौहार के समय रूपिया मिल जई, पै कउनौतान से होली का त्यौहार भी निकर गा बाद मा मिलैं के आसरा रहै तौ 20 दिन होली के होत हैं अबै भी रूपिया न मिलै मा घर खर्च मुश्किल होई जात है। परसहर प्रधान जगमोहन यादव का कहब है कि तीन महीना होईगे लखनऊ से रूपिया नहीं आवा। मैं मास्टर रोल ब्लाक मा जमा कइ दीन हौं। यतने दिन मजदूरी रूकैं से लोग परेशान हैं। यहिसे मैं 13 अप्रैल का बांदा सी.ड़ी.ओ. के पास गा रहौं, पै होंआ कउनौ मुख्य सचिव आवत हैं। यहिसे सी.डी.ओ. नहीं मिला। 11 अप्रैला का नरैनी बी.डी.ओ. रामकिशन से बात कीन गे तौ उनका कहब है कि लोगन के मजदूरी हर सात दिन मा दीन जात है। यतने दिन कउनौ के मजदूरी नहीं रोकी गे। अबै भी मैं बैक मा फोन से पता कइके रूपिया के बारे मा ही पूुछत हौं कि बैंक मा रुपिया आवा हैं कि नहीं
रिपोर्टर: गीता