नई दिल्ली और इस्लामाबाद। दस साल बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान बॉर्डर के हिंदुकुश इलाके में आए भूकंप ने जमकर तबाही मचाई। 26 अक्टूबर को 7.7 तीव्रता वाला भूकंप अफगानिस्तान के हिंदुकुश इलाके में आया था। अभी तक तीन सौ पचास लोगों के मारे जाने और दो हज़ार से ज़्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
यूएसजीएस ने आगाह किया, अभी और आएंगे झटके
उत्तरी पाकिस्तान में भूकंप का झटका इतना तगड़ा था कि लोगों को लगा कि ज़मीन ही फट जाएगी। इस बीच प्राकृतिक आपदा जैसे भूकंप के बारे में चेतावनी और जानकारी देने वाली संस्था यूएस जियोलॉजिकल सर्वे नाम की संस्था की ओर से बयान आया है कि भारत और पाकिस्तान में और भूकंप के झटके आ सकते हैं।
अफगानिस्तान के हिंदुकुश इलाके में क्यों आ रहे हैं भूकंप
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के रिसर्च जियोलॉजिस्ट रिच ब्रिगस ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 25 अप्रैल 2015 को नेपाल में आए भूकंप के बाद से ये हालात बने हैं। उन्होंने कहा था – नेपाल में आए भूकंप के बाद धरती के नीचे की सतहों को स्थिर होने में कुछ दिन, हफ्ते, साल या फिर दस साल से भी ज़्यादा लग सकते हैं। अप्रैल के बाद 12 मई को भी नेपाल में एक बड़ा झटका लग चुका है। यह खतरा अभी टला नहीं है। अभी इससे भी ज़्यादा खतरनाक झटके आ सकते हैं।
कहां था भूकंप का केंद्र
भूकंप दोपहर दो बजकर सैंतालिस मिनट पर आया। इसका केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश इलाके में था। तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 थी। झटके पूरे अफगानिस्तान के अलावा पाकिस्तान, भारत, कज़ाखस्तान, ताजिकिस्तान, उज़बेकिस्तान और दक्षिण एशिया के कई देशों में महसूस किए गए। भारत के ग्यारह राज्यों में इसका असर देखा गया।
कहां कितनी मौतें
– पाकिस्तान में दो सौ से ज़्यादा की मौत।
– अफगानिस्तान में तिरसठ लोगों की मौत।
– भारत में ग्यारह राज्यों में झटके, तीन की मौत।
– दस साल पहले आया था ऐसा ही भूकंप।
– 8 अक्टूबर 2005 को हिंदुकुश की पहाडि़यों में ऐसा ही भूकंप आया था। इससे पाकिस्तान,अफगानिस्तान में पचासी हज़ार लोगों की मौत हुई थी।
भूकंप से हिला अफगानिस्तान भारत और पाकिस्तान
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