महोबा जिले के मोहारी गांव में जहां एक सहोद्रा नाम की महिला के घर न होने के कारण अपनी टूटी-फूटी झोंपड़ी में गुजारा कर रही थी, जिसमें आज सुबह लगभग 4 बजे अचानक से आग लगने के कारण सहोद्रा की मौत हो गई है। ये मामले को लेकर परिवार वाले काफी परेशान हैं।
सास रामदुलारी ने बताया कि रात में साड़ियों का पर्दा लगा के बाहर सो रही थी। रात में बारिश होने के कारण मैं बच्चों को लेकर अंदर आ गई हूँ। उसका आपरेशन होने के कारण शौचालय को दिक्कत न हो इसलिए उसने वहां सोने की बात बोली। मच्छर के लिए आग जलाई थी। पता नहीं कि कैसे आग लगी ढ़िबरी से या गोरसी से आग लगी है। वो वहां से निकल नहीं पाई। लड़का नींद में होने के कारण सो गया था। इसलिए समझ नहीं पाया। जिस दिन से मेरी बहूँ का आपरेशन हुआ है, उस दिन से एक दिन को अकेला नहीं छोड़ा है। पड़ोसी झोझार सिंह ने बताया कि गरीब आदमी थे, तो बहुत दिनों से रह रहे थे। एक एक पैसे को मोहताज रहते थे। जो जल गई है, वो बहुत अच्छे स्वभाव की थी। किसी से बोलना नहीं जानती थी और किसी ने उसकी आवाज नहीं सुनी नाही उसका चेहरा किसी ने देखा है।
नायब तहसीलदार लखनलाल राजपूत का कहना है कि कच्चे मकान में लेती थी। मच्छर को भगाने के लिए आग जलाई थी। उसी से आग लगी है, जिसमें वो पूरी जल गई है।
कुलपहाड़ कोतवाली के कोतवाल सतीश शुक्ला का कहना है कि हमारा काम पंचनामा करने का था, तो हमने कर दिया है। अभी किसी पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है अगर मिलेगी, तो कार्यवाही की जायेगी।
रिपोर्टर: श्यामकली
Uploaded on May 31, 2018