राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2015-16 (एनएफएचएस –4) के अनुसार संपत्ति में वृद्धि से 15 से 49 आयुवर्ग की 13 % महिलाएं और 18 % पुरुष में उच्च रक्तचाप की बीमारी हैं। एनएफएचएस के सर्वेक्षण में पहली बार रक्तचाप को शामिल किया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया में 51 % मौतों के लिए उच्च रक्तचाप जिम्मेदार है।
12 या अधिक साल तक शिक्षा लेने वाली महिलाओं में 8 % उच्च रक्तचाप का प्रसार देखा गया है, जबकि पांच साल से कम की शिक्षा लेने वाली महिलाओं में प्रसार 14 % देखा गया है। वहीं पुरुषों में 12 साल से अधिक और पांच साल से कम समय तक शिक्षा प्राप्त वालों में प्रसार 16 प्रतिशत और 18 प्रतिशत हैं।
देश में धार्मिक रूप से देखें तो सिख पुरुषों 24 प्रतिशत और सिख, जैन महिलाओं 16 प्रतिशत में रक्तचाप की समस्या है, जो अन्य धर्मों में से सबसे ज्यादा है। राज्यों में देखें तो सिक्किम में 31 प्रतिशत पुरुषों और सिक्किम और असम में 18 प्रतिशत महिलाओं को रक्तचाप है। महिलाओं और पुरुष, दोनों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में रक्तचाप की बीमारी अधिक है। महिलाओं और पुरुषों के लिए यह आंकड़े 12 प्रतिशत और 17 प्रतिशत हैं।
साभार: इंडियास्पेंड