रियो पैरालिंपिक में भारत की दीपा मलिक ने इतिहास रच दिया है। रजत पदक जीतने के साथ ही वो भारत को पदक दिलाने वाली देश की पहली महिला बन गई हैं। दीपा ने गोला फेंक एफ़-53 प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया है। वह पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली देश की पहली महिला खिलाड़ी हैं।
45 वर्षीय दीपा हरियाणा के सोनीपत जिले की रहने वाली हैं। दीपा एक आर्मी अधिकारी की पत्नी और दो बच्चों की मां हैं। वह कमर के नीचे से लकवाग्रस्त हैं। दीपा ने कहा, ‘मैंने सपना देखने की हिम्मत की और मेरे अंदर कड़ी मेहनत करने तथा जुनून की हद तक काम करने का दृढ़ निश्चिय है और इसी दृढ़ता से मैंने अपना सपना पूरा किया। महिलायें ज्यादातर इसे गंवा देती हैं लेकिन मैंने सुनिश्चित किया कि मेरे परिवार की अनदेखी नहीं हो, मेरे बच्चे भी अच्छा कर रहे हैं।’
इस उपलब्धि पर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुशी जताते हुये कहा, मैं दीपा को रियो में रजत पदक जीत इतिहास रचने पर बधाई देता हूं। हरियाणा सरकार ने उन्हें 4 करोड़ रूपये नगद ईनाम देने की घोषणा की है।