महोबा जिले के भटेवरा गांव में 12 फरवरी की रात बारिस के साथ इतने ओले पड़े है कि किसानों की फसल बर्बाद हो गयी है और जो लोग कच्चे घरों में रहते थे उनको दूसरें के घर में शरण लेनी पड़ी। इस दैवीय आपदा के बारें में डी.एम. सहदेव का कहना है कि लोग सर्वे में सहयोग दे तो मुआवजा दिया जायेगा।
किसान धुराम चौधरी का कहना है कि केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार बहुत निकम्मी है। सीमा पर जवान मर रहें हैं और यहां किसान आत्महत्या कर रहें हैं। अब प्राकृतिक आपदा आ गई है तो सरकार को किसान के हर नुकसान का मुआवजा देना चाहिये। किसान कमलेश का कहना है कि रात को डीएम को यह समस्या बताई थी, तब उन्होंने कहा था कि अधिकारी आयेगें, लेकिन कोई अधिकारी नहीं आया है। कच्चे घर में रहने वालों के घर गिर गये है इसलिए उनकों दूसरों के घर में शरण लेनी पड़ी है। ओले गिरने से हमारी फसल बिल्कुल बर्बाद हो गई है। हमें नुकसान का मुआवजा मिलना चाहिये। किसान गौरीशंकर ने बताया कि हमनें सौ प्रतिशत नुकसान बताया है। डीएम ने पूरा मुआवजा देने को कहा है।
रिपोर्टर- श्यामकली